नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम KYC full form in hindi के बारे में discuss करने जा रहे हैं। केवाईसी क्या है? केवाईसी की क्या जरूरत है? केवाईसी करने के लिए आवश्यक document। तो, इसमें हम इस सारे प्रश्न को देखने जा रहे हैं।
अनुक्रम
KYC full form in hindi
केवाईसी का पूर्ण रूप “Know Your Customer” है ! KYC Ka Full Form in Hindi में “अपने ग्राहक को जानिए” है। भारत में KYC की शुरुआत भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा वर्ष 2002 में की गई थी ! फिर 2004 में सभी बैंकों के लिए खाताधारकों से केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया !
RBI ने digital transaction companies, banks अन्य financial institutions को अपनी सभी सेवाओं का उपयोग करने से पहले अपने ग्राहकों के केवाईसी सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य कर दिया है ! यह financial institutions को आपकी बेहतर सेवा करने में मदद करता है !
केवाईसी बहुत महत्वपूर्ण है, और यह ग्राहकों और financial institutions दोनों को बहुत सी धोखाधड़ी और illegal activities से बचाता है !
KYC क्या है?
केवाईसी वह प्रक्रिया है जिसके तहत financial institutions अपने ग्राहक की पहचान और address proof को सत्यापित करते हैं !
उदाहरण के लिए, यदि आप किसी बैंक में खाता खोलने जाते हैं ! तो बैंक आपसे आपके केवाईसी यानी आपकी पहचान और address proof करने के लिए आवश्यक कागज़ात प्रस्तुत करने के लिए कहेगा !
Proof of Identity and Proof of Address के लिए कई अलग-अलग प्रकार के कागज होते हैं ! जैसे Aadhaar card, PAN card, Voter ID card, Driving license आदि ! आप इनमें से कोई भी दो documents देकर अपना केवाईसी पूरा कर सकते हैं !
केवाईसी की आवश्यकता
KYC बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों और ग्राहक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि केवाईसी के दौरान आवश्यक कदम उठाए गए थे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ग्राहक वास्तविक है, और कोई जोखिम नहीं है।
केवाईसी प्रक्रिया के तहत किसी भी व्यक्ति का ID card verification, document verification और face verification किया जाता है ! जिससे ग्राहक और उसके द्वारा दी गई जानकारी को authentication किया जाता है !
KYC के कारण आज बैंकिंग प्रक्रिया बहुत सुरक्षित हो गई है, और सभी बैंक अपने ग्राहकों को केवाईसी पर नियमित आधार पर अपडेट करते रहते हैं जैसा कि आरबीआई द्वारा आवश्यक है !
जब बैंक ने ग्राहकों के केवाईसी को अपडेट नहीं किया ! तो कई मामलों में आरबीआई द्वारा उन पर भारी जुर्माना लगाया गया|
List of KYC documents
आप निम्नलिखित documents को मूल रूप में प्रस्तुत करके अपने पते और पहचान का प्रमाण दे सकते हैं-
Aadhar card
Driving licence
voter identity card
NREGA Card
Ration card
Letter of the national population register
ऊपर उल्लिखित documents में से एक आप अपने पहचान प्रमाण के लिए दे सकते हैं जैसे पैन कार्ड और एक कागज जो आप अपने पते के प्रमाण के लिए दे सकते हैं जैसे Voter ID card या Driving License।
यदि किसी व्यक्ति के पास केवल आधार कार्ड है तो केवाईसी पूरा किया जा सकता है, लेकिन उसके बैंक खाते से लेनदेन की सीमा बहुत कम होगी।
e-Kyc क्या है
e- KYC full form Electronic KYC है | ई-केवाईसी का फुल फॉर्म इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी है।
ई-केवाईसी वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा Aadhaar authentication के माध्यम से ग्राहक की पहचान और address proof को इलेक्ट्रॉनिक रूप से सत्यापित किया जाता है।
आज भारत के लगभग सभी नागरिकों के पास आधार कार्ड है, और यदि किसी व्यक्ति का biometric details आधार कार्ड में दर्ज है, तो कोई भी व्यक्ति finger reader पर उंगली रखकर अपनी पहचान साबित कर सकता है
ईकेवाईसी एक बहुत ही सुरक्षित और तेज प्रक्रिया है जिसमें न तो आपको कोई कागज देने की जरूरत होती है और न ही कहीं पर हस्ताक्षर करने की।
KYC का महत्व
केवाईसी लोगों को कई तरह के banking fraud से बचने में मदद करता है !
KYC की वजह से सरकार और RBI हर तरह के banking transactions पर नजर रख पाते हैं।
केवाईसी से सरकार को money-laundering रोकने में मदद मिलती है।
केवाईसी ने terrorism के लिए फंडिंग कम कर दी है।
Some other full form of KYC:
Business and professional organization
KYC- Know Your Client-
IN Academics
KYC- Kinetic Yield Center
Conclusion
मुझे उम्मीद है कि आपको केवाईसी के बारे में अपने सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा। अगर आपको केवाईसी से जुड़ी सारी जानकारी मिल गई है तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें केवाईसी की जानकारी मिल सके।